वर्ल्ड हेरिटेज सिटी (World heritage city) का तमगा पाने वाली राजधानी जयपुर (Jaipur) को भिखारी मुक्त (Beggar free) करने के लिए जल्द ही अभियान (Campaign) शुरू किया जाएगा. इसके लिए राजधानी में भिखारियों की धरपकड़ की जाएगी. भिखारियों को पकड़ने का टास्क पुलिस (Police) को दिया जाएगा. जयपुर में भिखारियों के लिए फ्रेंडली डिटेंशन सेंटर (Friendly Detention Center) बनाए जाएंगे. इनके संचालन की जिम्मेदारी एनजीओ (NGO) को दी जाएगी.
फ्रेंडली डिटेंशन सेंटर भिखारी पुर्नवास केंद्र की तरह ही काम करेंगे
राजधानी जयपुर के परकोटा क्षेत्र को हाल ही में यूनेस्को से 'वर्ल्ड हेरिटेज सिटी' का सर्टिफिकेट मिला है. वर्ल्ड हेरिटेज सिटी में चौक चौराहों पर भीख मांगते भिखारी इस पर एक बड़ा दाग हैं. ऐसे में अब शहर को भिखारी मुक्त करने के लिए जल्द अभियान शुरू किया जाएगा. पुलिस भीख मांगने वालों को पकड़कर उन्हें एनजीओ द्वारा संचालित फ्रेंडली डिटेंशन सेंटर्स को सौंपेंगी. फ्रेंडली डिटेंशन सेंटर भिखारी पुर्नवास केंद्र की तरह ही काम करेंगे. वहां उन्हें रहने और खाने पीने से लेकर स्किल डवलपमेंट तक की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. सीएम अशोक गहलोत ने गत बजट में जयपुर को भिखारी मुक्त करने की घोषणा की थी.
सादा वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे
भिखारी प्रभावित इलाकों में सादा वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे ताकि उन्हें आसानी से पकड़ा जा सके. फ्रेंडली डिटेंशन सेंटर्स संचालन के लिए 3 एनजीओ को छांटा गया है. जल्द ही इनमें से एक का चयन कर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग इनके साथ एमओयू करेगा. एनजीओ को सरकार प्रति भिखारी के हिसाब से पैसा देगी. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल ने कहा कि शुरू में तो कोई एनजीओ आगे ही नहीं आ रहा था. अब तीन एनजीओ छांटे गए हैं. 10 से 20 फरवरी के बीच एमओयू हो जाएगा.
पहले कई बार फौरी तौर पर अभियान चलाए जा चुके हैं
उल्लेखनीय है कि इस मामले में पहले भी कई बार फौरी तौर पर अभियान चलाए गए हैं, लेकिन कुछ ही दिनों बाद ही भिखारी वापस चौराहों पर आकर जम गए. इस बार उम्मीद की जा रही है वर्ल्ड हेरिटेज सिटी को स्थाई रूप से भिखारी मुक्त करने की दिशा में ठोस काम होगा.